विधि की लीला देखिये, कुछ पुष्प केवल रात्रि काल में ही
अपना यौवन बिखेरने के लिए खिलते हैं |
पता नहीं किसको रिझाने के लिए होता है यह सब ?
तंत्र जगत में प्रकृति की हो रही इस लीला का वर्णन मिलता है |
अनेक क्रम-उपक्रम किये जाते हैं वहां इन सब से लाभ उठाने के
सुनें गोपाल राजू को इस विषय में,
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