जन्म पत्री में बन रहे काल सर्प दोष को लेकर अनेक विवाद हैं। अलग-अलग स्कूलों का सार निकाला जाए तो अंत में निष्कर्ष
यही निकलता है कि तथाकथित् यह दोष विवादास्पद है फिर भी इस दोष को लेकर लोगों के मन
में एक अज्ञात भय अवश्य व्याप्त है। यदि मन कहीं भय से त्रस्त है तो एक बार यह उपाय
अवश्य कर लें। सम्भवतः काल सर्प दोष के कोप और भय से मुक्ति मिल जाए।
सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है उस दिन कांसे
के एक पात्र में सूजी और देसी घी से बना हलवा ले लें। सामर्थ्य हो तो उसमें मेवे मिलाकर
उसको और भी स्वादिष्ट बना लें। हलुवे के ऊपर थोड़ा सा शुद्ध घी डालकर एक चांदी अथवा
तांबे का छोटा सा साँप रख दें। कुछ देर घी में एकटक अपना चेहरा देखें और यह किसी ऐसे
व्यक्ति को पात्र सहित दान कर दें तो प्रसन्नता से उसको ग्रहण कर ले। दान के बाद निःशब्द
घर लौट आएं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें